Waiting

इश्क की डोर ऐसी बांधे खोल सके ना कोई।

Wait gives a reason to live.

When we madly love someone and they leave us. then it seems like we got stuck in large forest and our scream makes ourselves afraid there are many of you who feels the same in there life but every time it’s not like that we get separated from eachother  for forever . sometimes we do this to give time or happiness to ourself and get separate to live without any restriction.


      The story of one such suspension is mine then she need a break and the reason is her sickness and look at the miracle of God when she needed me the most to be separated from her is good for her . And after getting separated from her I am collecting her memories collecting talks because in spite of this and wait I have nothing that’s why I am waiting I am waiting for coming her back waiting for fill colour in life again and to fulfill those dreams which we saw together…

डिजिटली लुफ्त उठाएं अंग्रेजी मीडियम का

कारोना के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है जिसका साफ तौर पर असर मनोरंजन जगत के कारोबार पर भी पड़ा है देश भर में सिनेमाघरों में ताला लगा हुआ है। इसी बीच एक खुशखबरी आयी है फिल्म अभि नेता इरफान खान की फिल्म अंग्रेजी मीडियम पर डिजिटल प्लेटफार्म पर रिलीज हो रही ।अंग्रेजी मीडियम पिछले महीने बड़े पर्दे पर रिलीज़ हुई थी जिसको कोविड 19 के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ा ।


 होमी अदजानिया के निर्देशन में बनी यह फिल्म पिता पुत्री के रिश्ते को दिखाती है इस फिल्म में इरफान खान के साथ ही साथ करीना कपूर खान राधिका मदन, और दीपक डोबरियाल भी नज़र आयंगे । फिल्म क्रिटिक्स के अनुसार अंग्रेजी मीडियम को मिली जुली प्रतिक्रिया मिली थीं ।इरफान खान ने खुद ही ट्वीट कर अपने फैंस को यह जान जारी दी कि अंग्रेजी मीडियम आज से डिजनी प्लस ,हॉटस्टार वीआईपी पर देख सकेंगे। 

देश को हिंदुत्व की राह पर ले जाता कोरोंना।

कोरोना आज विश्व के सामने विश्वव्यापी महामारी के रूप में खड़ा है और क्या यही महामारी भारत की राजनीति को हिन्दुत्ववादी बना रहा है। भारत में वैसे तो दो राजनीतिक पार्टियां मुख्यधारा में नज़र आती हैं पहली कांग्रेस जो कि खुद को धर्म निरपेक्ष बोलती है और दूसरी पार्टी है सत्ताधारी पार्टी भाजपा जिसका हिंदुत्ववादी एजेंडा सत्ता धारण करने के बाद साफ तौर पर तीन तलाक , राम मंदिर , नागरिकता संशोधन एक्ट के रूप में साफ तौर पर दिखा है ।

और भाजपा के लिए यह भी भाग्यपुर्ण बात है कि हिन्दुत्व समर्थक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता की बाग डोर संभाल रहे हैं जिनको आपदाओं से कैसे अपनी राजनीति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचना है भली- भात आता है कि कैसे मुख्य मंत्री पद पर आसीन नरेंद्र मोदी दंगों और बाढ़ जैसी आपदाओं से अपने राज्य को पुनः स्थापित किया एवं जन जन के मन में अपना विशेष स्थान  बनाया और अब प्रधानमंत्री बनने के बाद कोरोना देश के लिए सबसे बड़ी आपदा है जिसके सामने सुपरपावर कहा जाने वाला अमेरिका भी घुटने टेक चुका है और भारत नरेंद्र मोदी  के नेतृत्व में कोरोना  से मजबूती के साथ  देश के लोगों को बचाते नज़र आ रहे हैं।

साथ ही साथ सभी राज्य सरकार चाहे वह भाजपा शासित हो अथवा गैर भाजपाई सभी केंद्र के साथ मिल कर कोरोना  से जंग लड़ रहीं हैं। वहीं दूसरी ओर सम्पूर्ण देश सहित विरोधी भी  नागरिकता संशोधन एक्ट और राम मंदिर जैसे मुद्दों को भुला कर घरों में कैद हैं। वहीं साम्य वादी  कांग्रेस  जो हर पल  भाजपा के विपक्षी होने का फर्ज निभाती है वह शांत नजर आ रही है बल्कि ताली एवं थाली बजाओ तथा दीए जलाओ जैसी पहलों पर कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं दे रही है या यह भी कहा जा सकता है कि समर्थन कर रही है।  
     

(यह लेख मात्र हमारी एक कल्पना मात्र है)
       
                                                    कृष्णा गुप्ता

आपके चम्मच में गन्ना ।

जब भी यह मिठाई के बारे में होता है तो इसे न लेने के लिए अपने आप को नियंत्रित करना कठिन होता है। लेकिन जानते हो? हमारे खाद्य क्रश “मीठे व्यंजन” का मूल घटक गन्ना है। 2000 वर्षों से चीनी लोगों का सबसे पसंदीदा घटक रहा है। इसकी बहुमुखी प्रतिभा के कारण सभी प्रकार के भोजन का उपयोग किया जाता है। यह हमारे खाद्य पदार्थ के स्वाद, सुगंध और बनावट को बढ़ाता है। यह नमी को बनाए रखने, ताजगी बनाए रखने आदि में मदद करता है। आइए जानते हैं कि यह कैसे बनता है-

यह गन्ना जो एक नवीकरणीय संसाधन है द्वारा बनता है। पहले इसे धोया और कतरे में काट लिया।फिर एक विशाल रोलर वास्तव में कठिन गन्ने को कुचलता है।यह बनावट विभाजकों के पास जाती है। जहां से फाइबर निकाला जाता है।वाष्पीकरणकर्ताओं को भेजा गया रस जहां यह सूप गाढ़ा होता है और पानी वाष्पित हो जाता है।अब सिरप ठंडा है और इसे क्रिस्टलीकृत करने का समय है, इसके लिए हम चीनी के कुछ छिड़क डालते हैं। कुछ घंटे बाद परिणाम में हमें सूखी चीनी क्रिस्टल मिलती है।अब क्रिस्टल्स को शुद्ध, डीकोलाइज़ और रीक्रिस्टलाइज़ किया जाता है। यह समय उन्हें गन्ने का आकार देने का है। इसके लिए हम इसे एक बड़े ग्रेनुलेटर में भेजते हैं जहाँ कई प्रकार की छलनी होती हैं जो क्रिस्टल को उनके आकार में लाने में मदद करती हैं। इस चीनी को “दानेदार चीनी” और “गन्ना चीनी” के रूप में भी जाना जाता है।अंतिम चरण में इस चीनी को प्रयोगशालाओं में भी भेजा जाता है जहाँ कुछ रसायनों को मिलाकर इस चीनी का परीक्षण किया जाता है। अब आपका पसंदीदा गन्ना आपके प्यारे चम्मच में प्रवेश करने के लिए तैयार है।

खोता हुआ बचपन

जब मैं एक बच्चा था, मेरी स्क्रीन का समय निकलोडियन था । मेरा पसंदीदा शो “हेनरी डेंजर था।”इसमें तेरह साल का लड़का हेनरी हार्ट गुप्त रूप से लोगो की मदद करता था और सिर पर गिराए जाने वाले हरे कीचड़ की एक बाल्टी थी। यह पेशेवर लेखकों, अभिनेताओं और द्वारा बनाया गया था, जिन्हें शालीनता से भुगतान किया गया था। आज, मै देखता हूं कि उस तरह के शो में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। बच्चो के लिए टीवी का मतलब ज्यादातर YouTube होता है। उनके पसंदीदा काम इंटरनेट के विभिन्न कोनों से मेम्स और चुटकुले एकत्र करना है । जिससे उनको जो संस्कार पारंपरिक शो से मिलते थे वो तो कम हो ही गई है साथ ही साथ वे समय से पहले इन्टरनेट की दुनिया में घुस कर अपना बचपन खो रहे हैं।

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